‘सुशासन की योगी सरकार के आठ वर्षों में महिलाओं का सशक्तिकरण’

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सुषमा सिंह,  निवर्तमान उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग

जहां एक ओर संपूर्ण विश्व में दिव्य व पवित्र महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन ने शासन व प्रशासन के एक नवीन उदाहरण को प्रस्तुत किया है, वहीं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रशासन और कौशल पूर्ण राष्ट्र के लिए वर्तमान व भविष्य के लिए एक उदाहरण सिद्ध हुआ है।

बतौर उत्तर प्रदेश के नागरिक के रूप में बात करूं तो पिछले सात—आठ वर्षों में मेरे प्रदेश ने योगी जी के नेतृत्व में वो आयाम प्राप्त किया है जिनकी कल्पना में वर्ष 2016 तक कर भी नहीं सकती थी। मैं इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति की बात करुं तो ‘गंगा एक्सप्रेस—वे’, ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस—वे’ और ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेस—वे’ ने प्रदेश के नेटवर्क को सुगम बना दिया है। कोरोना महामारी के दौरान योगी जी के नेतृत्व में मेरा राज्य प्रभावी रुप से इस विपदा से निपटा और मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया। योगी सरकार की ‘किसान राहत योजना’ और ‘मृदा स्वास्थ कार्ड योजना जिससे प्रदेश की कृषि उत्पादन में वृद्धि और किसानों की आय में भी सुधार हुआ है। इन सभी विकास परियोजनाओं के माध्यम से योगी जी ने सिद्ध कर दिया कि जिस प्रदेश का अन्नदाता खुशहाल है उस प्रदेश का आम जनमानस भी खुशहाल रहता है। योगी सरकार ने राज्य में युवाओं के लिए ‘उद्यमि योजना’ और ‘मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना’ के माध्यम से युवाओं को देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था की प्रगति में सीधे जोड़ने का काम किया है। अर्थात मैं ये कह सकती हूं कि जिस प्रकार सूर्य अपने सर्वत्र प्रकाश से संपूर्ण धरा के कोने—कोने को जीवन प्रदान करता है, ठीक उसी प्रकार योगी जी की डबल इंजन सरकार ने प्रदेश के हर विषय वर्ग व क्षेत्र में प्रगति करने का कार्य किया है।

लेकिन एक महिला के रूप में मैने योगी जी के इन आठ वर्षों के कार्यकाल में वो महसूस किया जो शायद एक राजा ‘राम’ के राज्य में महासूस करती। उत्तर प्रदेश की आधी जनसंख्या जो कि हम महिलाओं की है जिन्हें 2017 से पहले की सरकारें सिर्फ पुरुषों पर निर्भर मतदाताओं की श्रेणी में रखती थी। लेकिन 2017 के बाद योगी जी सरकार ने हम महिलाओं को अनेक योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की प्रगति व समाज से सीधे तौर पर जोड़ने का काम किया। उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाखों महिलाओें को लाभान्वित किया गया। जिससे महिलाओं के जीवन में सुधार और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को समाज में सशक्त बनाना और उन्हें आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रुप से आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार के आठ वर्षों में इन योजनाओं ने न केवल महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने का काम किया है बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक दायित्वों से भी उबरने में मदद की।

कन्याओं के जन्म से ही उनके कल्याण और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगल योजना’ की शुरुआत की गई। इस योजन के तहत योगी सरकार ने गरीब और पिछड़े वर्ग की लड़कियों को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक कई चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान की। केंद्र सरकार की उज्जवला योजना को उत्तर प्रदेश में प्रभावी रुप से लागू किया गया। महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया गया, जिससे उन्हें जलाने के लिए लकड़ी और कोयला जैसी पारंपरिक स्रोतों से मुक्ति मिली और साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी हुआ। महिलाओं की सरुक्षा और गरिमा को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने ‘मिशन शक्ति योजना’ को लागू किया। इस योजना के तहत प्रदेश में 59,000 ग्राम पंचायत भवनों में मिशन शक्ति कक्षाएं स्थापित की गई और एक लाख महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त लगभग दो लाख महिलाओं को ‘निराश्रित महिला पेंशन’ योजना से जोड़कर योगी जी ले श्री कृष्ण की भांति महिलाओं के आत्मसम्मान को बचाने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी चुनौती महिलाओं को रोजगार प्रदान करने की थी, इस ओर कदम बढ़ाते हुए योगी सरकार महिलाओं के लिए ‘महिला समृद्धि योजना’ लायी तथा इसके माध्यम से महिलाओं को सीधे तौर पर रोजगार से जोड़ने का काम किया। जब तक प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर नहीं बनती है तब तक प्रदेश भी आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा। इसी लिए प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार ने संपूर्ण प्रदेश में ‘समर्थ अभियान’ आरंभ किया।

एक महिला के रुप में मैं जब भी समाज में जाती थी तब मुझे भी कहीं न कहीं स्वयं की सुरक्षा का भय बना रहता था, फिर विद्यालय और कॉलेज जाने वाली बच्चियों की चिंता सदैव और उनके माता—पिता को लगी रहती थी। फिर वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में एक क्रांति होती है और एक ऐसा व्यक्ति चुनकर हमारा नेतृत्व करता है जिसने प्रत्येग महिला को अपनी माता अथवा बहन के रुप में स्वीकार किया। तथा प्रत्येक बच्ची को अपनी बच्ची माना। महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के संदर्भ में पहला कार्य जो किया वो ‘रोमियो स्काड’ अभियान का शुभारंभ था। जिसके माध्यम से अब प्रदेश की हर बच्ची सर उठाकर रात में अथवा दिन में शहर अथवा गांव में सुरक्षा के भाव को महसूस करते हुए विचरण कर सकती है।

प्रदेश की डबल इंजन की योगी सरकार ने ‘वन स्टॉप सेंटर’ व ‘बालिका श्री योजना’ के माध्यम से प्रदेश की हर महिला को शारीरिक मानसिक और सामाजिक रुप से मजबूत करने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के पिछले आठ वर्षों का यदि मैं एक महिला के रूप में आकलन करुं तो मैं पूर्ण मनोयोग से कह सकती हूं कि सुशासन की योगी सरकार ने अपने आठ वर्षों के कार्यकाल में महिलाओं को सशक्त किया व उनकी प्रगति और विकास को एक नई दिशा प्रदान की।

 

 

 

 

 

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