सागर
बीना में नाबालिग बच्चों को बेरहमी से पीटने वाले सागर सांसद के प्रतिनिधि व अन्य पर कड़ी कार्रवाई हुई है. सागर सांसद लता वानखेडे़ ने सख्ती बरतते हुए अपने सभी प्रतिनिधियों को एक झटके में हटा दिया है. उन्होंने सागर और विदिशा कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर तत्काल प्रभाव से सभी प्रतिनिधियों को कार्य मुक्त करने को कहा है. हालांकि, इसमें उन्होंने वजह प्रदेश संगठन से चर्चा और संगठनात्मक सुधार को वजह बताया है.
वहीं, माना जा रहा है कि इस कार्रवाई के पीछे की प्रमुख वजह बीना सांसद प्रतिनिधि संतोष ठाकुर पर लगे आरोप हैं कि उन्होंने नाबालिग बच्चों से मारपीट की है.
क्या है सांसद प्रतिनिध का मामला?
दरअसल, शनिवार रात को बीना थाना अंतर्गत नौगांव में एक 17 साल के नाबालिग को तीन आरोपियों ने लाठी डंडे से बुरी तरह पीटा. बीच बचाव करने आई नाबालिग की चचेरी बहन के साथ भी आरोपियों ने मारपीट की और दोनों को बेसुध होने तक पीटते रहे. इस मारपीट में सांसद प्रतिनिधि भी शामिल था.जब नाबालिगों के परिजन वहीं पहुंचे, तो सांसद प्रतिनिधि वहां से भाग गया. बीना थाना प्रभारी अनूप यादव ने बताया, ” इस मामले में नाबालिगों की रिपोर्ट पर संतोष ठाकुर,गोलू ठाकुर, हरीसिंह ठाकुर, किट्टू ठाकुर और भोला ठाकुर पर मामला दर्ज किया गया है.”
सागर सांसद ने की पीड़ितों से मुलाकात, फिर लिया एक्शन
सांसद प्रतिनिधि द्वारा नाबालिगों से मारपीट के बाद जमकर किरकिरी होने पर सांसद लता वानखेड़े खुद बुंदेलखंड मेडिकल काॅलेज पहुंचीं. यहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती नाबालिगों से मिलकर उनका हालचाल जाना और घटनाक्रम की भी जानकारी ली. इसके तुरंत बाद उन्होंने अपने सभी प्रतिनिधियों को हटाने का फैसला किया और तत्काल सागर और विदिशा जिला कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर सभी सांसद प्रतिनिधियों को सौंपे गए दायित्व से मुक्त करने को कहा.