जालसाज निलंबित पटवारी गिरफ्तार, दो साल से पुलिस को चकमा दे रहा था आरोप,अन्य आरोपियों की तलाश जारी

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जालसाज निलंबित पटवारी गिरफ्तार, दो साल से पुलिस को चकमा दे रहा था आरोप,अन्य आरोपियों की तलाश जारी

अब उप पंजीयक पर कार्रवाई की लटकी तलवार

सिंगरौली
 संजय नेशनल पार्क बगदरा के प्रतिबंधित गांव झपरहवा के 30 एकड़ भूमि के फर्जी रूप से विक्रय कराना जालसाज पटवारी को भारी पड़ गया। करीब दो साल से पुलिस को चकमा दे रहे निलंबित पटवारी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वही अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। इधर अब सिंगरौली के उप पंजीयक अशोक सिंह परिहार पर भी आगे कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है। उप पंजीयक पर आरोप है कि इन्होंने कलेक्टर के निर्देश का अवहेलना किया है।
गौरतलब है कि गढ़वा थाना क्षेत्र के खटाई निवासी फरियादी संजय कुमार जायसवाल ने झपरहवा गांव में 30 एकड़ भूमि करीब 40 लाख रूपये की लागत से  क्रय किया था।  किन्तु फरियादी धोखाधड़ी का शिकार हो गया। झपरहवा के तत्कालीन हल्का पटवारी उदितनारायण शर्मा के द्वारा अरूण कुमार विश्वकर्मा, सीताराम विश्वकर्मा निवासी ग्राम झपरहवा फर्जी भू-स्वामी राकेश मल्लाह के साथ मिलकर ग्राम झपरहवा तहसील चितरंगी कोरावल के आराजी क्रमांक 76/1 रकवा 13.6700 हेक्टेयर भूमि का वास्तविक भू-स्वामी फर्जी कास्तकार बनाकर रजिस्ट्री करा लिया। जबकि संजय नेशनल पार्क बगदरा के भूमियों के क्रय-विक्रय नामांतरण पर 11 मई 2022 को तत्कालीन प्रमुख सचिव म.प्र. शासन के निर्देश पर कलेक्टर के द्वारा प्रतिबंध लगाया दिया था। इसके बावजूद उप पंजीयक सिंगरौली अशोक सिंह परिहार ने उक्त गांव के  भूमि की रजिस्ट्री कर दिया था। वही के्रता को जमीन नही मिल पाई और 40 लाख रूपये ठगी का शिकार हो गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत कोतवाली में किया। जहां कोतवाली निरीक्षक ने शिकायत पर एसपी के निर्देश पर हल्का पटवारी झपरहवा उदित नारायण शर्मा, अरूण कुमार विश्वकर्मा, सीताराम विश्वकर्मा फर्जी भू-स्वामी राकेश मल्लाह व गवाह गुलाब प्रसाद पिता कैलाश प्रसाद जायसवाल निवासी बड़कुड़ थाना चितरंगी के विरूद्ध धारा 420, 468, 467, 471, 120(बी) भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया था। इधर पुलिस ने दो आरोपी सीताराम विश्वकर्मा निवासी हरमा, गुलाब प्रसाद जायसवाल को गिरफ्तार कर चुकी थी। फरियादी पुलिस अधिकारियों के यहां लगातार फरियाद करते हुये न्याय की गुहार लगा रहा था। उधर  प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी द्वारा प्रकरण के फरार आरोपीगणों के विरूद्ध 20 हजार रूपए का नगद पुरस्कार की उद्घोषणा पूर्व में की गई थी। प्रकरण के एक अन्य फरार आरोपी उदितनारायण शर्मा तत्कालीन हल्का पटवारी झपरहवा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम सीधी रवाना कर  21 अप्रैल 25 को गिरफ्तार किया गया। जिसे  आज दिन बुधवार को न्यायालय पेश किया गया है। उक्त कार्रवाई में निरीक्षक अशोक सिंह परिहार, उनि अभिषेक पाण्डेय, सउनि अरूण पटेल, उमेश द्विवेदी, प्रआर अवधलाल सोनी, सोहगिया पटेल, आर गौतम कुमार, संजू धुर्वे की सराहनीय भूमिका रही है।

महानिरीक्षक पंजीयक से नही मिली अब तक अनुमति
जानकारी के अनुसार उप पंजीयक अशोक सिंह परिहार भी उक्त प्रकरण के लपेटे में हैं। उनपर आरोप है कि कलेक्टर के द्वारा बगदरा अंचल के भूमियों के रजिस्ट्री, नामांतरण, क्रय-विक्रय पर रोक लगाये जाने के बावजूद उप पंजीयक ने झपरहवा गांव के उक्त आरोपी की भूमि की 2 जून 2022 को रजिस्ट्री कर दिया था। फरियादी का कहना है कि यदि उप पंजीयक जमीन की रजिस्ट्री न किये होते तो 40 लाख रूपये ठगी के शिकार न होते। इधर सूत्र बताते हैं कि कोतवाली पुलिस ने उप पंजीयक के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने के लिए महानिरीक्षक पंजीयक मुद्रांक भोपाल के यहां तीन महीने में दो बार पत्राचार कर अनुमति मांगी गई है। लेकिन भोपाल में बैठे विभागीय आका अनुमति देने में आनाकानी कर रहे हैं। अब भोपाल में बैठे उक्त विभागीय आकाओं  के कार्यप्रणाली पर भी तरह-तरह के उंगलियां उठने लगी है।

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