मुंबई
महाराष्ट्र में कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता और तीन बार के पूर्व विधायक संग्राम थोपटे ने बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। पुणे जिले के भोर निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके थोपटे ने अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद इस निर्णय की घोषणा की। उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
संग्राम थोपटे ने स्पष्ट कहा कि यह कदम उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया है। थोपटे ने कहा कि उनके समर्थक लगातार यह महसूस कर रहे थे कि सत्ता में शामिल हुए बिना क्षेत्र के विकास की गति को तेज करना संभव नहीं है। इसी के चलते उन्होंने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया।
पूर्व विधायक संग्राम थोपटे ने बताया कि 22 अप्रैल को वे मुंबई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रवींद्र चव्हाण की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल होंगे। इस दौरान उनके साथ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी बीजेपी का दामन थामेंगे।
कांग्रेस नेतृत्व से नाखुश!
मीडियाकर्मियों से बातचीत में थोपटे ने कांग्रेस नेतृत्व पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि वे 2019 से ही पार्टी में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा, पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं से समर्थन में रैली करने की अपील की थी, लेकिन कोई उनके निर्वाचन क्षेत्र में नहीं गया। चुनाव हारने के बाद पार्टी के किसी भी नेता ने मुझे एक बार फोन तक नहीं किया।
इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने दावा किया है कि जब महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार सत्ता में थी और नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, तब पार्टी थोपटे को इस पद के लिए आगे लाना चाहती थी। लेकिन उस समय विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर दबाव बनाकर ऐसा नहीं होने दिया।
गौरतलब है कि संग्राम थोपटे का परिवार कांग्रेस पार्टी से दशकों से जुड़ा रहा है। वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनंतराव थोपटे के बेटे हैं, जिन्होंने छह बार भोर से विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन अब, राजनीति के इस पुराने रिश्ते को तोड़ते हुए संग्राम थोपटे ने बीजेपी की ओर कदम बढ़ा दिया है। आगामी नगर निगम चुनावों को देखते हुए उनका बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।